Satellite क्या है? यह कैसे काम करता है तथा इसके प्रकार

आज के समय में आप इंटरनेट का प्रयोग कर रहे हैं लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि वह इंटरनेट हम तक कैसे पहुंचता है। इसके साथ ही हमारे इंटरनेट और कॉल सिग्नल कहां से आते हैं। आखिरकार अगर आपको यह नहीं पता है तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पर आए हैं।

क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि सेटेलाइट क्या होता है और वह कार्य कैसे करता है। इसके साथ ही क्या सेटेलाइट का प्रयोग सिर्फ इंटरनेट के रूप में किया जाता है या फिर अन्य रूप भी सेटेलाइट के हो सकते हैं। वह हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं इसलिए इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक जरूर पढ़ें।

इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि सेटेलाइट क्या होता है इसके साथ ही सैटेलाइट कैसे कार्य करता है। हम आपको वह भी बताने वाले हैं जी हां हम आपको सेटेलाइट की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तारपूर्वक बताएंगे। इसके साथ ही सेटेलाइट कितने प्रकार की होती है तथा सेटेलाइट के प्रकार कैसे एक दूसरे से अलग होता है।

वह भी हम आपको अच्छे से समझाने वाले हैं। अगर आपको भी सेटेलाइट के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं है तो इस आर्टिकल को ध्यान से जरूर पढ़ें। इसके साथ ही अगर आप आर्टिकल को मिस करते हैं तो आप कई सारी जानकारी मिस कर लोगे।

Satellite क्या है?

आज के समय में इंटरनेट से जुड़ी हर एक टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने में सेटेलाइट का बहुत बड़ा योगदान है। क्योंकि सेटेलाइट की सहायता से ही आप आसानी से किसी भी चीज को नेविगेट कर पाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि आप जीपीएस का इस्तेमाल करते हैं तो वह भी सेटेलाइट से ही जुड़ी हुई होती है।

लेकिन अधिकतर लोगों के मन में यह सवाल जरूर रहता है कि आखिर सेटेलाइट को आप किस तरीके से परिभाषित कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सेटेलाइट वास्तव में एक प्रकार का ऐसा ऑब्जेक्ट है जो कि किसी दूसरे बड़े ऑब्जेक्ट की परिक्रमा करता है।

यह परिभाषा नासा के शब्दों में है वही अगर आसान शब्दों में सेटेलाइट को समझना चाहें तो सेटेलाइट एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो कि पृथ्वी तथा अन्य ग्रहों के चक्कर लगाता रहता है और हमें आसपास के वातावरण और जलवायु की एक सुनिश्चित जानकारी प्रदान करता है।

अगर आपको आसान शब्दों में सेटेलाइट के बारे में समझना है तो आप किसी भी ग्रह को ले सकते हैं। उदाहरण के लिए जैसे कि सौरमंडल में ग्रह है तो वह एक दूसरे के चक्कर लगा रहे हैं। उसी प्रकार से सेटेलाइट भी ऐसा ही कार्य करता है। वह भी ग्रहों के चक्कर लगाता है और उनके आसपास की जानकारी को इकट्ठा करके हम तक पहुंचाता है।

लेकिन किसी भी तरीके से कोई भी नेचुरल ग्रह एक सेटेलाइट नहीं हो सकता है क्योंकि यह एक नेचुरल सेटेलाइट है और इसी तरीके से हम जो सेटेलाइट को आसमान में छोड़ते हैं। उसे हम एक कृत्रिम सेटेलाइट कह सकते हैं।

सेटेलाइट के प्रकार

आज के समय में लोग सेटेलाइट का प्रयोग तो करते हैं या उससे संबंधित जानकारी तो वह जानते हैं लेकिन वह यह नहीं समझ पाते कि सेटेलाइट के प्रकार क्या है। वैसे तो सेटेलाइट के काफी ज्यादा प्रकार होते हैं लेकिन जो महत्वपूर्ण सेटेलाइट के टाइप होते हैं वह हमने नीचे आर्टिकल में मेंशन किए हैं।

  • Communications Satellites
  • Remote Sensing Satellites
  • Navigation Satellites
  • LEO, MEO, HEO
  • GPS
  • GEOs
  • Drone Satellites
  • Ground Satellites
  • Polar Satellites
  • Nano Satellites

सैटेलाइट का उपयोग किन–किन कामों में होता है?

अब आपने सेटेलाइट के बारे में पूर्ण रूप से यह समझ लिया होगा किस सेटेलाइट आखिर में होता क्या है। लेकिन अधिकतर लोगों के मन में एक सवाल यह जरूर रहता है कि सेटेलाइट का उपयोग किन किन कामों के लिए होता है। आखिर क्यों सेटेलाइट बनाए गए हैं और उनकी इतनी ज्यादा आवश्यकता क्यों है कि उनका प्रयोग पूर्ण विश्व द्वारा किया जा रहा है।

हम आपको कुछ ऐसे प्वाइंट्स बताएंगे जिनमें यह आपका डाउट कंप्लीट हो जाएगा की सेटेलाइट किन किन कारणों के लिए प्रयोग में लाया जाता है।

  • सेटेलाइट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह कम्युनिकेशन के लिए प्रयोग किया जाता है। जब भी आप किसी व्यक्ति के साथ कम्युनिकेट करते हैं तो उसमें जीपीएस या फिर सेटेलाइट का काफी बड़ा योगदान रहता है।
  • इसके साथ ही सेटेलाइट का सबसे बड़ा योगदान यह है कि यह हमें आसपास के मौसम की जानकारी पहले ही प्राप्त करवा देता है। जिसकी सहायता से कई बड़े हादसों को रोका जा सकता है।
  • इसके साथ ही सेटेलाइट के माध्यम से जीपीएस तथा GEOs का प्रयोग भी किया जाता है।

निष्कर्ष

इस तरह से इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि सेटेलाइट क्या होती है। इसके साथ ही एक सैटेलाइट किस तरीके से कार्य करती है वह भी हमने आपको बताया है वही सेटेलाइट का प्रयोग किन किन कारणों से होता है। इसके बारे में हमने संक्षिप्त रूप में बताया है इसके साथ ही सेटेलाइट की कार्यप्रणाली के बारे में हमने बहुत ही अच्छे तरीके से आपको समझाया है।

इसके साथ अगर आपको कोई समस्या आती है तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं। वही सेटेलाइट के प्रकार के बारे में भी हमने काफी अच्छे से समझाने की कोशिश की है। अगर आपको इससे संबंधित कोई भी समस्या है तो आप हमें कांटेक्ट कर सकते हैं। ऐसी जानकारी के लिए आप हमें फॉलो जरूर करें आप हमें गूगल न्यूज़ या फिर न्यूज़लेटर के माध्यम से भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।

संबंधित प्रश्न

भारत में कुल कितनी सेटेलाइट है?

इसरो की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में कुल 118 सैटेलाइट अब तक छोड़े जा चुके हैं। हालांकि उनमें से कुछ ही सेटेलाइट भारत में निर्माण किए है।

Arun HindiSe Writer

ARUN KUMAR

अरुण कुमार hindise.in का कुशल और अनुभवी लेखक है। वह make money online, Tips & Tricks और biography जैसे विषयों पर लेख साझा करता है। उसने HindiSe समेत कई अन्य नामचीन हिंदी ब्लोगों के साथ काम किया है।

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