Protocol क्या है? यह कैसे काम करता है तथा इसके फायदे

आज के समय में इंटरनेट पर हर चीज डाटा के माध्यम से डाउनलोड होती है। लेकिन जब भी हमारे पास डाटा होता है तो वह कितना ज्यादा इंपोर्टेंट होता है या तो आप जानते होंगे। लेकिन किसी भी डाटा को जब एक दूसरे के साथ शेयर करना होता है तो हम उसके लिए प्रोटोकॉल का ही सहारा लेते हैं।

हालांकि भले ही आपको प्रोटोकॉल के बारे में ज्यादा नहीं पता हो लेकिन फिर भी आप किसी ना किसी तरीके से इसका प्रयोग जरूर करते हैं। क्योंकि आपको इसके बारे में पता ही नहीं है और फिर भी आप इसका प्रयोग कर रहे हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि प्रोटोकॉल क्या है और किस तरीके से यह काम करता है।

इसके साथ ही प्रोटोकॉल के फायदे कितने हैं वह भी हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं। यह आर्टिकल में प्रोटोकॉल से संबंधित सभी जानकारी बताई जाएगी। इसलिए आपको आर्टिकल को जरूर पढ़ना है इसके साथ ही आप किस तरीके से प्रोटोकॉल का प्रयोग अभी भी कर रहे हैं लेकिन आपको इसका पता नहीं है वह भी हम आपको बताने वाले हैं।

ऐसे ही जानकारी इस आर्टिकल में आपको बताई जाएगी कि प्रोटोकोल किस तरीके से कार्य करता है। प्रोटोकॉल की कार्यप्रणाली क्या है और किस कार्यप्रणाली पर वर्क करता है। अगर आपको प्रोटोकोल से संबंधित जानकारी चाहिए तो आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।

Protocol क्या है?

एक जमाना हुआ करता था जब कोई व्यक्ति कंप्यूटर तथा स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करता था। वह जमाना टेक्नोलॉजी से काफी कम अपरिचित था। लेकिन आज के समय टेक्नोलॉजी इतनी ज्यादा बढ़ गई है और उससे भी ज्यादा उसकी ऐसी Terms गई है कि उसके बारे में समझना भी मुश्किल हो गया है। आज के समय में लोग प्रोटोकॉल के बारे में जानना चाहते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रोटोकॉल एक नियमों एवं दिशा निर्देशों का समूह होता है। जिसका मुख्य रूप से प्रयोग डाटा कम्युनिकेशन तथा डाटा से संबंधित कम्युनिकेट जानकारी के लिए किया जाता है। दरअसल जब दो कंप्यूटर के बीच आपस में डाटा ट्रांसफर होता है या फिर डाटा कम्युनिकेट होता है तो वह प्रोटोकॉल के माध्यम से ही होता है।

प्रोटोकोल के प्रकार तथा कार्य प्रणाली

  1. टीसीपी
  2. इंटरनेट प्रोटोकॉल
  3. एफटीपी
  4. एसएमटीपी
  5. HTTP
  6. इथरनेट
  7. Telnet
  8. Gopher

प्रोटोकॉल की कार्य प्रणाली: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फोटो पर मुख्य रुप से किसी भी दूसरी भाषा की तरह ही कार्य करता है। दरअसल जब सूचनाओं को प्रसारित करने के लिए निर्धारित निर्देशों का उपयोग संचार द्वारा किया जाता है। उस वक्त सभी डिवाइस प्रोटोकॉल से जुड़कर जानकारी को एकत्रित करते हैं तथा उसे बाद में आदान-प्रदान करते हैं।

प्रोटोकोल के फायदे

  • प्रोटोकॉल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसका कोई मालिक नहीं है और ना ही इसे किसी इंस्टीट्यूट द्वारा Own किया जाता है।
  • इसके साथ ही इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे नेटवर्क से बाधित किए बिना कनेक्ट किया जाता है।
  • इसके साथ ही नेटवर्क से जुड़ने वाले प्रत्येक कंप्यूटर को एक अलग आईपी ऐड्रेस प्रदान करने में भी इसकी बड़ी भूमिका है।

प्रोटोकॉल का अविष्कार किसने किया?

प्रोटोकॉल का अविष्कार Vint Cerf तथा Robert E. Kahn ने किया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि Vint Cerf को फादर ऑफ प्रोटोकॉल भी कहा जाता है। उनके इस अविष्कार के लिए उन्हें कई सारी उपाधियों से भी सम्मानित किया जा चुका है।

निष्कर्ष

इस तरह से इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि प्रोटोकॉल क्या होता है। इसके साथ ही प्रोटोकोल किस तरीके से कार्य करता है वह भी हमने इस आर्टिकल में बताने की कोशिश की है। इसके साथ ही हमने प्रोटोकॉल की कार्यप्रणाली को बड़े अच्छे से आप को समझाने की कोशिश की है।

वहीं हमने प्रोटोकॉल के फायदों का भी इस आर्टिकल में वर्णन किया है। इसके बावजूद भी अगर आपको प्रोटोकॉल से संबंधित कोई समस्या आती है तो आप हमें फॉलो कर सकते हैं। ऐसे ही जानकारी के लिए आप हमें फॉलो जरूर करें। आप हमें गूगल न्यूज़ या फिर न्यूज़लेटर के माध्यम से सब्सक्राइब भी कर सकते हैं।

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IPV4 इंटरनेट प्रोटोकॉल।

Arun HindiSe Writer

ARUN KUMAR

अरुण कुमार hindise.in का कुशल और अनुभवी लेखक है। वह make money online, Tips & Tricks और biography जैसे विषयों पर लेख साझा करता है। उसने HindiSe समेत कई अन्य नामचीन हिंदी ब्लोगों के साथ काम किया है।

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