Hard Disk क्या है? Hard Disk कैसे काम करता है?

आज के समय में कंप्यूटर कितना ज्यादा महत्वपूर्ण बन चुका है या तो आप सभी जानते ही होंगे। लेकिन कंप्यूटर किन-किन चीजों से चलता है वह भी आप को समझना बेहद जरूरी है। कंप्यूटर एक ऐसा उपकरण है जो कि सिर्फ अकेले कार्य नहीं करता है उसको कार्य करने के लिए कई सारी चीजों की आवश्यकता होती है।

जिनमें से हार्ड डिस्क भी एक ऐसा टाइप है जो कि काफी ज्यादा पॉपुलर हो रहा है। अधिकतर लोग आज के समय में हार्ड डिस्क का प्रयोग करते हैं और उसका नाम भी सुनता है। लेकिन अधिकतर लोग इसके बारे में जान नहीं पाते की हार्ड डिस्क होता क्या है। अगर आप भी हार्ड डिस्क के बारे में कुछ नहीं जानते हैं तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पर आए हैं।

इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि हार्ड डिस्क क्या है इसके साथ ही हार्ड डिस्क कितने प्रकार का होता है। वह भी हम आपको बताने वाले हैं वही हार्ड डिस्क काम कैसे करता है। वह भी हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे क्योंकि अधिकतर लोग हार्ड डिस्क के बारे में तो जान लेते हैं।

लेकिन वह काम कैसे करता है इसके बारे में लोग नहीं जान पाते हैं। आर्टिकल में हम आपको हार्ड डिस्क से संबंधित सभी जानकारी प्रोवाइड करवाने वाले हैं। इसलिए आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें। अगर आप आर्टिकल को मिस करते हैं तो हो सकता है कि आपसे कोई जरूरी जानकारी छूट जाए।

Hard Disk क्या है?

अगर आप कंप्यूटर से संबंधित किसी भी विषय पर पढ़ाई कर रहे हैं तो आपको पता ही होगा कि उसमें हार्ड डिस्क का जितना ज्यादा महत्वपूर्ण योगदान होता है। लेकिन अधिकतर योगदान लोगों को उसके पढ़ने के बारे में जाने के लिए होता है। दरअसल आज के कई सारे ऐसे युवा हैं जो की हार्ड डिस्क के बारे में नहीं जानते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता देगी हार्ड इसको हार्ड ड्राइव तथा हार्ड डिस्क ड्राइव जैसे कई नामों से जाना जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हार्ड ड्राइव इलेक्ट्रोमैग्नेटिक डाटा स्टोरेज डिवाइस होता है। इसके साथ ही इसे नॉन वोलेटाइल मेमोरी के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि जब आप किसी भी डिवाइस को ऑन या ऑफ करते हैं तो उसी तरीके से यह अपना बिहेवियर दिखाती है।

दरअसल समाज शब्दों में अगर आप हार्ड डिस्क के कार्य को समझना चाहते हैं तो जब आप किसी कंप्यूटर में कोई कार्य करते हैं तो वह आपका डाटा कंप्यूटर में रिकॉर्ड होता है। लेकिन जैसे ही आप उस कंप्यूटर को ऑफ कर लेते हैं। तुरंत उससे पहले वह डाटा आपकी हार्ड डिस्क में सेव हो जाता है और इसी तरीके से हार्ड डिस्क या हार्ड ड्राइव कार्य करती हैं।

यही नहीं हार्ड डिस्क तथा हार्ड ड्राइव किसी भी कंप्यूटर के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण रहती है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की हार्ड डिस्क एक सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस होता है। ।

हार्डडिस्क मुख्य रूप से आपके द्वारा किए गए डाटा को एक्सेस करती है और जब भी आप उस डाटा को सर्च करते हैं या फिर एक्सेस करते हैं तो उसमें हार्ड डिस्क आपकी मदद करती है। कोई भी डाटा एक्सेस करने में आप उसे हार्ड ड्राइव के मदद से ही आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।

क्योंकि वह आपका डाटा हार्ड ड्राइव में सेव रहता है। हार्ड इसमें अलग-अलग तरह का डाटा स्टोर किया जाता है आप इसमें टेक्स्ट, इमेज, फाइल्स, डॉक्यूमेंट तथा अन्य प्रकार का डाटा आसानी से सेव कर सकते हैं। इसके साथ ही हार्ड इसमें कुछ प्रकार की बाइट्स लगी होती है जो कि आप के डाटा को कॉल करने का कार्य करती है।

Hard Disk के प्रकार

आपको यह तो जानकारी जरूर होगी की हार्ड डिस्क क्या होता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हार्ड डिस्क कितने प्रकार की होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की हार्ड डिस्क मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है।

जिन्हें एचडीडी तथा SSD के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं कि एचडीडी तथा एसडीडी में कौन-कौन से डिफरेंस होता है और कौन सी हार्ड डिस्क आपके लिए बेहतर साबित हो सकती है।

HDD: एचडीडी को हार्ड डिस्क ड्राइव के नाम से जाना जाता है जो कि रोटेट होती रहती है। इसका अर्थ यह है कि जब आप हार्ड डिस्क से कोई डाटा या उसे अपने कंप्यूटर में इंसर्ट करते हैं। तब उस वक्त वह कार्य करने के साथ-साथ घूमती रहती है और उसी तरीके से वह आप तक सभी सेव किए गए डाटा को एक्सेस करवाती है।

इसके साथ ही एच डी डी में कोई भी मेकेनिकल पार्ट्स ऐड नहीं होता है इसका अर्थ क्या है कि यह फ्लैश मेमोरी का इस्तेमाल करता है। यदि आपके पास एक पुराने जमाने का कंप्यूटर है तो उसमें मुख्यतः एचडीडी का ही प्रयोग किया जाता था। क्योंकि SSD का प्रयोग हाल ही में शुरुआती प्रचलन हुआ है।

दरअसल HDD थोड़ी स्लो होती है और वह आप तक डाटा काफी कम टाइम में प्रोवाइड नहीं करवा पाती है। यही कारण है कि अधिकतर लोग आज के समय में SSD हार्ड ड्राइव का प्रयोग करते हैं हालांकि उसके बारे में भी नीचे जानने वाले हैं

SSD: एसएसडी जिसे सॉलि़ड स्टेट ड्राइव के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ ही यह मैकेनिकल पार्ट्स से लैस होता है तथा यह डाटा को फिजिकली नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर करता है। एसएसडी के अंदर कोई भी मूविंग पार्ट नहीं होता है।

जैसा कि एच डी डी में आपको बताया है कि वह घूमता रहता है और डाटा प्रोवाइडर करवाता है। लेकिन एसएसडी इलेक्ट्रॉनिकली आप के डाटा को स्टोर करता है। यही वजह है कि यह काफी ज्यादा फास्ट होता है और आपके कंप्यूटर को भी जल्दी बूट लोड करने में हेल्प करता है।

निष्कर्ष

इस तरह से इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि हार्ड डिस्क क्या होता है इसके साथ ही हार्ड डिस्क कितने प्रकार की होती है। वह भी हमने आपको बताया है क्योंकि कई लोगों का मानना है कि हार्डडिस्क सिर्फ एक ही प्रकार की होती है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है अलग-अलग तरह की हार्ड डिस्क होती है और उनकी अपनी एक अलग क्वालिटी होती है।

वह हमेशा टिकट में बहुत ही सही ध्यान पूर्वक बताइए इसके साथ ही हमने आपको यह भी बताया है कि हार्ड डिस्क काम कैसे करती है। अगर अभी भी आपको हार्ड डिस्क से संबंधित कोई समस्या रहती है तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं। इसके साथ ही ऐसी जानकारी के लिए आप हमें फॉलो जरूर करें आप हमें गूगल न्यूज़ तथा न्यूज़लेटर के माध्यम से सब्सक्राइब कर सकते हैं।

संबंधित प्रश्न

हार्ड डिस्क कितने रुपए से शुरू होती है?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हार्ड डिस्क उनकी स्टोरेज क्षमता के ऊपर निर्भर के माध्यम से शुरू होती है। इसका अर्थ है कि अगर कोई हार्ड डिस्क कम स्टोरेज वाली है तो उसका प्राइस कम रहेगा। लेकिन अगर कोई स्टोरेज ज्यादा वाली हो तो उसका प्राइस भी ज्यादा रहने वाला है। लेकिन आप मात्र ₹3000 से हार्ड डिस्क खरीद सकते हैं।

Arun HindiSe Writer

ARUN KUMAR

अरुण कुमार hindise.in का कुशल और अनुभवी लेखक है। वह make money online, Tips & Tricks और biography जैसे विषयों पर लेख साझा करता है। उसने HindiSe समेत कई अन्य नामचीन हिंदी ब्लोगों के साथ काम किया है।

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