DBMS क्या है? DBMS के प्रकार व कार्य (DBMS In Hindi)

जब भी आप इंटरनेट पर कुछ सर्च करते हैं तो वह जानकारी आपको इंटरनेट के माध्यम से मिल तो जाती है। लेकिन वह कहां पर स्टोर की गई है उसे डेटाबेस कहा जाता है। जब भी आप इंटरनेट पर आपको कोई चीज दिखाई जाती है तो वह बैकऐंड में कहीं ना कहीं स्टोर की गई होती है। उन्हें डेटाबेस के नाम से जाना जाता है। इसी तरह डीबीएमएस के बारे में अगर आप जानना चाहते हो तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हो इस आर्टिकल में मैं आपको डीबीएमएस क्या है तथा उसके प्रकार क्या है? वह हम हिंदी भाषा में बताने वाले हैं।

इंटरनेट पर डीबीएमएस से संबंधित कई सारे ऐसे आर्टिकल है जो कि उसके बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। लेकिन उनमें से अधिकतर आर्टिकल ऐसे हैं जो कि सिर्फ और सिर्फ इंग्लिश भाषा पर जानकारी दिए हुए हैं। अगर आपको इंग्लिश भाषा में कुछ समस्या आती है तो आप हिंदी भाषा में डीवीएमएस से संबंधित सभी जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से जान पाओगे। डीबीएमएस क्या होता है तथा उसके प्रकार क्या है वह सब हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले हैं।

DBMS क्या है? (DBMS In Hindi)

डीबीएमएस क्या है अगर आप यह जानना चाहते हो तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं। दरअसल डीबीएमएस जिसे डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम के नाम से भी जाना जाता है। डीबीएमएस मुख्य रूप से डाटा को मैनेज करने का एक सिस्टम होता है जो कि किसी भी व्यक्ति का डाटा आसानी से मैनेज कर लेता है।

डीबीएमएस का प्रयोग मुख्य रूप से कई बड़ी-बड़ी संस्थाओं द्वारा किया जाता है जब हमारा डाटा कहीं पर स्टोर करती है तो उसे डेटाबेस कहते हैं। लेकिन जिस सिस्टम के माध्यम से वह डाटास्टोर किया गया है। वह डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम होता है उसे ही डीबीएमएस कहा जाता है।

अगर आसान शब्दों में डीबीएमएस के बारे में आप समझना चाहते हैं तो आप कुछ इस तरह से समझ सकते हैं। दरअसल डीबीएमएस एक सॉफ्टवेयर होता है जो कि आपके सभी डाटा को अपने डेटाबेस में रखने के बाद उसे मैनेज करता है। इसी को डाटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम कहते हैं।

जब भी आप इंटरनेट पर कोई वेबसाइट के बारे में सर्च करते हैं तो उस वेबसाइट पर जो जानकारी है वह आपको इंटरनेट के माध्यम से मिली है। लेकिन वह डाटा बैक एंड में कहां पर स्टोर किया गया है उसे डेटाबेस कहते हैं। वही इन डेटाबेस को जब मैनेज किया जाता है या जिन सॉफ्टवेयर के द्वारा इन डेटाबेस को मैनेज किया जाता है उसे डेटाबेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर कहते हैं।

DBMS के प्रकार (DBMS Types In Hindi)

जैसा कि हमने आपको बताया कि बीबीएमएस एक प्रकार का डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम होता है। इसके माध्यम से एक यूजर आसानी से अपने डेटा को क्रिएट, अपलोड, एडिट, व डिलीट कर सकता है इसके साथ ही अगर उस डाटा के साथ कोई कस्टमाइजेशन करनी हो तो वह भी DBMS के माध्यम से ही की जाती है।

लेकिन इन सभी के लिए सिर्फ एक ही डीबीएमएस का प्रयोग नहीं किया जाता है। जैसा कि हमने आपको बताया कि अगर आपको डाटा क्रिएट करना है या फिर कहीं पर अपलोड करना है। तो हो सकता है कि वहां पर डीबीएमएस का कोई और प्रकार काम में आता होगा। इस आर्टिकल में हम आपको डीबीएमएस के सभी प्रकार के बारे में बताने वाले है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुख्यता डीबीएमएस के 10 प्रकार होते हैं इन 10 प्रकार के माध्यम से ही पूरा डीबीएमएस सिस्टम मैनेज किया जाता है। आइए जानते हैं कि कौन से हैं वह 10 प्रकार जो कि डीबीएमएस से संबंध रखते हैं।

  • Relational Database Management System (RDBMS)
  • Object-Relational Database Management System (ORDBMS)
  • Hierarchical Database Management System (HDBMS)
  • Network Database Management System (NDBMS)
  • Object-Oriented Database Management System (OODBMS)
  • NoSQL Database Management System
  • Columnar Database Management System
  • Document Database Management System
  • Key-Value Database Management System
  • Graph Database Management System.

DBMS के कार्य (Work Of DBMS In Hindi)

डीबीएमएस के कार्य जाने से पहले आपको डीबीएमएस के इतिहास के बारे में जरूरी पता होना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डीबीएमएस का सबसे पहला प्रयोग 1970 में किया गया था। 1917 में सबसे पहला डीबीएमएस डिजाइन किया गया था।

इस डाटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम की सहायता से काफी सारे डेटा को क्रिएट तथा एडिट एवं डिलीट किया जा सकता था। लेकिन उस वक्त डीबीएमएस इतना ज्यादा कस्टमाइजेशन सपोर्ट नहीं करता था लेकिन जैसे-जैसे इसमें मॉडिफिकेशन की गई। अब डीबीएमएस के माध्यम से आप आसानी से नीचे दिए गए कार्यों को कर सकते हैं।

Data अपडेट: डाटा अपडेट के माध्यम से आप आसानी से किसी भी डाटा को बार-बार अपडेट कर सकते हैं। यही डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत है। इसके माध्यम से आप किसी भी डाटा को मल्टीपल टाइम अपडेट कर सकते हैं।

Data मॉडलिंग: जिस प्रकार स्ट्रक्चर में आपका डाटा डाटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम में रहता है उसे डाटा मॉडलिंग कहते हैं। इस प्रकार से डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपने हिसाब से स्ट्रक्चर बना सकते हैं। आप अपने हिसाब के स्ट्रक्चर से डाटा को रख सकते हैं।

Concurrency Control: डाटा मैनेजमेंट की सबसे बड़ी मॉडिफिकेशन यही है Concurrency Control का अर्थ है कि सिर्फ एक यूजर नहीं बल्कि मल्टीपल user डाटा को बार-बार एक्सेस कर सकते हैं। जहां पहले वाले डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में सिर्फ एक ही यूजर डाटा को एक्सेस कर सकता था।

Data security: जहां पर आपका डाटा रखा गया है वह सबसे सुरक्षित जगह होनी चाहिए। क्योंकि अगर आपका डाटा वहां से गायब या है किया जाता है तो इससे आपको काफी समस्या आ सकती है। इसलिए डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम काफी ज्यादा सिक्योर है और डाटा सिक्योरिटी के मामले में यह नंबर वन पर है।

निष्कर्ष

इस तरह से इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम क्या होता है इसके साथ ही अगर डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम से संबंधित है। आपको अन्य जानकारी चाहिए तो आप कमेंट कर सकते हैं। वहीं हमने डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम से संबंधित कार्यों के बारे में भी बताया है। इसके साथ ही कौन-कौन से टॉप के डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम है। वह भी इस आर्टिकल में डिस्कस किए गए हैं।

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DMBS का पूरा नाम क्या है?

DBMS को Database Management System के नाम से जाना जाता है।

Arun HindiSe Writer

ARUN KUMAR

अरुण कुमार hindise.in का कुशल और अनुभवी लेखक है। वह make money online, Tips & Tricks और biography जैसे विषयों पर लेख साझा करता है। उसने HindiSe समेत कई अन्य नामचीन हिंदी ब्लोगों के साथ काम किया है।

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