Firewall क्या है? इसके प्रकार तथा यह कैसे काम करता है?

आज के समय में फायरवॉल से संबंधित है आर्टिकल पढ़ने के लिए लोग काफी ज्यादा एक्साइटेड रहते हैं। क्योंकि आज के समय में जितने भी फिल्में बन रही है उसमें फायरवॉल को दिखाया जाता है। किस तरीके से कोई हैकर फायरवॉल को हैक करता है और फिर आसानी से उस सिस्टम को एक्सेस कर लेता है।

लेकिन क्या वाकई में फायरवॉल को एक्सेस करना इतना आसान है या फिर फायरवॉल वास्तव में होता क्या है। हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि फायरवॉल क्या है तथा उसके प्रकार कितने हैं। इसके साथ ही एक फायरवॉल कैसे काम करता है वह भी हम आपको बताने वाले हैं।

अगर आप कंप्यूटर से संबंधित थोड़ी बहुत जानकारी रखता है तो आपने फायरवॉल का नाम जरूर सुना होगा। क्योंकि किसी भी एंटीवायरस या वायरस से संबंधित जब भी बात आती है तो उसमें फायरवॉल को सबसे ज्यादा इंपोर्टेंस दी जाती है। किसी भी कंप्यूटर को एक्सेस करने से पहले उसकी फायरवॉल को तोड़ना होता है।

लेकिन क्या फायरवॉल तोड़ना इतना आसान हो सकता है क्योंकि फिल्म में तो दिखाया जाता है कि व्यक्ति आसानी से फायरवॉल को तोड़कर उसे सिस्टम को एक्सेस कर लेता है। हालांकि इस आर्टिकल में हम फायरवॉल से संबंधित आपके सारे समस्या को दूर करने वाले हैं। इसलिए आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।

Firewall क्या है?

फायरवॉल एक ऐसा फीचर या फिर एक ऐसा एंटीवायरस सॉफ्टवेयर है जो कि आपके कंप्यूटर को किसी भी अनावश्यक लिंग किया फिर अनावश्यक हैकिंग से बचाता है। इस तरीके से आपका कंप्यूटर सुरक्षित रहता है और उसके अंदर का डाटा बिल्कुल भी लीक नहीं होता है।

आपने अपने आसपास कई सारी ऐसी जानकारियां जरूर प्राप्त की होगी कि उसमें यह बताया होगा कि आज इस कंपनी का डाटा लीक हुआ है। ऐसे में उस कंपनी का डाटा लीक होने का सबसे बड़ा कारण यही रहता है कि वह फायरवॉल सही तरीके से कार्य नहीं करती है। या फिर उस फायरवॉल को तोड़ा गया है।

उसी फायरवॉल के बाद कंप्यूटर के अंदर का सारा डाटा द्वारा किया जाता है तथा एक्सेस किया जाता है। इस प्रकार कंप्यूटर को बचाने वाली फायरवॉल या फिर कंप्यूटर के अंदर के डाटा को बचाने वाली वॉल को फायरवॉल कहते हैं। यह एक एंटीवायरस होता है जो कि आपके कंप्यूटर को किसी भी हैकिंग या फिर सस्पीशियस एक्टिविटी होने से बचाता है।

Firewall के उपयोग क्या है?

1. Black ट्रोजन से बचाता है

आज के समय में कंप्यूटर में सबसे ज्यादा जिस चीज का डर लगता है वह ब्लैक ट्रोजन कहलाता है। दरअसल ब्लैक ट्रोजन एक प्रकार का वायरस होता है जो कि आपकी सभी भेजी हुई एक्टिविटी को एक्सेस कर लेता है। उदाहरण के लिए अगर आप किसी कंपनी में रहते हैं और आपका काफी महत्वपूर्ण डांटा आप किसी को भेजते हैं और वह किसी अन्य व्यक्ति को ना दिखे तो ऐसे में उसके लिए फायरवॉल काम आती है।

लेकिन ब्लैक ट्रोजन का कार्य होता है कि वह उसी फायरवॉल को तोड़कर आपके द्वारा भेजी गई फाइल को एक्सेस कर लेता है और उस डाटा को अपने पास रख सकता है। इसके साथ ही वह डाटा का प्रयोग आप के खिलाफ भी कर सकता है।

2. हैकर्स से बचाता है

फायरवॉल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप को हैकर से बचाता है। इसका अर्थ यह है कि अगर आप कंप्यूटर पर कोई ऐसा कार्य करता है जो कि किसी दूसरे व्यक्ति के हाथ में ना लगे तो ऐसे में उस जानकारी को हैकर द्वारा हैक ना किया जाए। उसमें फायरवॉल का काफी बड़ा योगदान है। लेकिन कई बार हैकर द्वारा फायरवॉल को तोड़ा जाता है और फिर आपका सारा डाटा उनके द्वारा एक्सेस कर लिया जाता है। इस प्रकार फायरवॉल का हैकर्स से बचाने में काफी बड़ा योगदान है

3. जानकारी लीक होने से बचाता है

अगर आप किसी आईटी कंपनी के लिए कार्य करते हैं और उसके अंदर का डाटा काफी महत्वपूर्ण है। ऐसा डाटा जो कि किसी भी अन्य व्यक्ति को ना पता चले इसके लिए काफी बड़े-बड़े एंटीवायरस तथा फायरवॉल को कंप्यूटर में इंस्टॉल किया जाता है।

लेकिन कई बार है कर जानकारी लीक कर देते हैं और इससे आपकी कंपनी का और आपका भी काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि अगर आपके द्वारा किसी भी कंपनी का डाटा लीक किया जाता है तो आप पर भी मुकदमा दायर किया जा सकता है। यही वजह है कि फायरवॉल जानकारी लीक होने से बचाता है।

निष्कर्ष

इस तरह से इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि फायरवॉल क्या होता है। अगर अभी भी फायरवॉल से संबंधित आपके मन में कोई समस्या है तो कमेंट करके जरूर बताएं। हम आपकी सारी समस्या को दूर करने की कोशिश करेंगे। इसलिए साथ ही फायरवॉल किसके लिए प्रयोग की जाती है।

वह भी हम इस आर्टिकल में बताए हुए हैं वहीं हमने इस आर्टिकल में फायरवॉल के काम करने का तरीका भी बताया है। इसके साथ ही हमने बताया है कि किसी भी फायरवॉल को किस तरीके से तोड़ा जा सकता है। अगर अभी भी ऐसे ही जानकारी आपको चाहिए तो हमें फॉलो जरूर करें। आप हमें गूगल न्यूज़ या फिर न्यूज़लेटर के माध्यम से सब्सक्राइब कर सकते हैं।

संबंधित प्रश्न

फायरवॉल कितने प्रकार के होते हैं?

सामान्यतः फायरवॉल तीन प्रकार के होते हैं।

Arun HindiSe Writer

ARUN KUMAR

अरुण कुमार hindise.in का कुशल और अनुभवी लेखक है। वह make money online, Tips & Tricks और biography जैसे विषयों पर लेख साझा करता है। उसने HindiSe समेत कई अन्य नामचीन हिंदी ब्लोगों के साथ काम किया है।

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