आज के समय में इंटरनेट में Code की काफी ज्यादा भूमिका होती है आपने कई सारे ऐसे Codes के बारे में सुना होगा जो भी काफी ज्यादा पॉपुलर होते हैं। जिनमें से सबसे ज्यादा पॉपुलर क्यूआर कोड है लेकिन अधिकतर लोग qr-code के बारे में जानते हैं।
परंतु इसके साथ एक दूसरा कोड भी होता है जो कि ज्यादातर पैकेजिंग के ऊपर छपा हुआ होता है। दरअसल हम बात कर रहे हैं बारकोड की जो कि आज के समय में काफी ज्यादा नॉर्मल है। लगभग हर किसी पैकेजिंग के ऊपर आपको यह कोड देखने के लिए मिल जाएगा। लेकिन अधिकतर लोग बारकोड के बारे में नहीं जानते हैं।
अगर आप भी बारकोड के बारे में नहीं जानते हैं तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पर आए हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि बारकोड क्या होता है और यह काम कैसे करता है इसके साथ साथ हम बारकोड के फायदे के बारे में भी बताने वाले हैं।
इसके साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि आखिरकार क्यों कुछ जगह सिर्फ बारकोड का ही प्रयोग किया जाता है। आखिरकार क्यों वहां पर क्यूआर कोड का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता। इस आर्टिकल में बारकोड से संबंधित आपको सभी जानकारी मिलेगी तो आर्टिकल को फॉलो जरूर करें।
Barcode क्या होता है?
आज के समय में जब भी हम कोई सामान खरीदते हैं तो उस पर एक कोड लगा होता है जोकि बारकोड कहलाता है। उस कोड में उस प्रोडक्ट से संबंधित तथा उसकी कंपनी से संबंधित जानकारी सम्मिलित होती है। इसके साथ साथ ही कई बार कोड तो ऐसे भी होते हैं जिनमें उस प्रोडक्ट का प्राइस भी साफ-साफ मेंशन किया जाता है।
लेकिन अधिकतर लोग ऐसे होते हैं जो कि बारकोड के बारे में सही तरीके से जानकारी प्राप्त नहीं कर पाते हैं और उन्हें यह पता नहीं चल पाता है कि आखिरकार बार कोड क्या होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बारकोड एक प्रकार का संख्या कोड होता है जिसे मशीन द्वारा पढ़ा जाता है।
यह समानांतर लाइन के साथ या फिर समानांतर लाइन द्वारा बनाया जाता है। लेकिन इसके अंदर की इंफॉर्मेशन काफी महत्वपूर्ण और अच्छे तरीके से सम्मिलित की जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बारकोड में समानांतर लाइन के अंदर उस प्रोडक्ट से संबंधित सभी जानकारी को एनकोड किया जाता है।
बारकोड मुख्य रूप से एक एल्गोरिदम पर कार्य करता है। इसके साथ ही बार कोड में उस प्रोडक्ट की एक्सपायरिंग डेट, मैन्युफैक्चरिंग डेट इसके साथ ही प्रोडक्ट से संबंधित सभी जानकारी सम्मिलित होती है। अब आपको समझ आ गया होगा कि वास्तव में बारकोड क्या होता है हमने आसान शब्दों में बारकोड को परिभाषित किया है।
बारकोड के प्रकार
कुछ लोगों का मानना है कि क्या बारकोड वास्तव में सिर्फ एक प्रकार का होता है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। भले ही आपको वह बारकोड देखने में एक जैसा लगे लेकिन बारकोड काफी अलग अलग तरीके के हो सकते हैं। हालांकि बारकोड के प्रकार का वर्णन नीचे आर्टिकल में किया गया है।
1D बारकोड
वन डाइमेंशनल बारकोड मुख्य रूप से बारकोड का पहला प्रकार होता है तथा इसे बारकोड का सामान्य प्रकार भी कहा जाता है। क्योंकि हम मुख्य रूप से आपके जीवन शैली में प्रयोग होने वाले प्रतिदिन प्रोडक्ट के अंदर होता है। उदाहरण के लिए जब आपकी राय से कोई सामान खरीदते हैं तो उसके अंदर जो बारकोड होता है वह वन डाइमेंशनल बारकोड होता है।
2D बारकोड
बारकोड का दूसरा प्रकार टू डाइमेंशनल बारकोड है जिसे आप मुख्य रूप से क्यूआर कोड के नाम से भी जानते होगे। जी हां, वही क्यूआर कोड जिसकी सहायता से आप पेमेंट भी कर लेते हैं। इसके साथ ही क्यू आर कोड के बारे में सभी जानते हैं और यह बारकोड का ही एक प्रकार है। हालांकि से कई लोग बारकोड का एक अपडेटेड वर्जन बोलते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। इसके साथ ही 2D बारकोड की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह अधिक डाटा को स्टोर करने की क्षमता रखता है।
बारकोड से संबंधित कुछ तथ्य व जानकारी
•एक बार कोड के अंदर 95 ब्लॉक होते हैं।
•95 ब्लॉक में उन बारकोड को 12 ब्लॉक के अंदर लिखा गया होता है।
•इन ब्लॉक को लेफ्ट गार्ड, राइट गार्ड तथा सेंटर गार्ड का नाम दिया गया है।
बारकोड कैसे कार्य करता है?
जैसा कि आप यह तो जानते ही होंगे कि बारकोड एक आयताकार या वर्गाकार की छवि होती है। जिस को स्कैन करने पर हमें बहुत सारी इनफार्मेशन प्राप्त होती है। इसमें कुछ लाइंस होती है या कुछ पैटर्न होता है जो कि लगभग सेम दिखाई देता है।
लेकिन अब आपके मन मे सवाल आ रहा होगा कि आखिरकार यह पैटर्न कैसे बनाया जाता है और कैसे इसके अंदर कोई भी जानकारी को सम्मिलित किया जाता है। हालांकि यह एक एल्बम पर कार्य करता है लेकिन फिर भी अधिकतर लोग ऐसे होते हैं जो कि बारकोड के कार्य करने के तरीके को नहीं जानते हैं।
अगर आसान शब्दों में आप बारकोड के कार्यप्रणाली को समझना चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बाहर कोर्ट के अंदर जो भी लाइंस होती है। उसमें सबसे पहले जानकारी को सम्मिलित किया जाता है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उसके अंदर सीमित की गई जानकारी बायनरी कोड के ऊपर आधारित होती है।
जी हां, वही बाइनरी कोड जिसके ऊपर कंप्यूटर का भी निर्माण किया गया है। हम बात कर रहे हैं जीरो से लेकर 1 के बीच में शुरू होने वाले बाइनरी कोड की जिसके अंदर ए से लेकर जेड तक की कोई भी जानकारी आप एनकोड कर सकते हैं।
आपको बता दें कि इसी बाइनरी कोड के आधार पर उसमें जानकारी Insert की जाती है। उसके बाद जब भी उसे कोई व्यक्ति स्कैन करता है तो लेजर की सहायता से या फिर उन समानांतर लाइन में बाइनरी कोड को पढ़कर एल्गोरिदम पता लगा लेता है कि उसके अंदर कौन सी जानकारी ऐड की गई है।
निष्कर्ष
इस तरह से इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि बारकोड क्या होता है। इसके साथ ही बार कोड कितने प्रकार का होता है वह भी हमने इस आर्टिकल में बताने की कोशिश की है। इसके साथ साथ ही हमने बारकोड की कार्यप्रणाली के बारे में भी बताया है।
हमने आपको पता है कि बारकोड कैसे कार्य करता है और यह किस तरीके की कार्यप्रणाली पर आधारित है। अगर अभी भी बारकोड से संबंधित आपको कोई समस्या आती है तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं ऐसे ही जानकारी के लिए आप हमें फॉलो जरूर करें। आप हमें गूगल न्यूज़ या फिर न्यूज़लेटर के माध्यम से भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।