कंपैक्ट डिस्क जिसे CD (Compact Disc) के नाम से ज्यादातर लोग जानते होंगे। एक समय ऐसा हुआ करता था जब लगभग हर फिल्म में तथा गाने सिर्फ CD में ही मिलते थे। क्योंकि उस वक्त इसका काफी ज्यादा प्रचलन था इसके साथ ही उस वक्त का यह काफी बड़ा अविष्कार भी था।
क्योंकि उस वक्त सीडी के माध्यम से लाखों जानकारियां तथा गाने लोगों तक पहुंचे थे लेकिन कंपैक्ट डिस्क क्या होता है। इसके बारे में अधिकतर लोग नहीं जानते हैं अधिकतर लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं है कि कंपैक्ट डिस्क होता क्या है और वह कैसे काम करता है। इसके साथ ही कॉन्पैक्ट डिस्क के प्रकार कितने होते हैं वह भी लोग नहीं जानते हैं।
अगर आप भी कंपैक्ट डिस्क से संबंधित जानकारी जानने के लिए इस आर्टिकल पर आए हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं। हम आपको बताने वाले हैं कि कंपैक्ट डिस्क आखिर में क्या होता है। इसके साथ ही इसकी शुरुआत कैसे की गई और यह कार्य कैसे करता है। वह भी हम आपको बताने वाले हैं वही कंपैक्ट डिस्क क्यों लुप्त हो गया।
उसका सबसे बड़ा कारण क्या है वह भी हम आपको इस आर्टिकल में संक्षिप्त में बताएंगे। इन सभी जानकारी को जाने के लिए आपको आर्टिकल को पूरा पढ़ना पड़ेगा। हम यहां सभी जानकारी नीचे आर्टिकल में स्टेप बाय स्टेप बताने वाले हैं।
कॉम्पैक्ट डिस्क क्या है
कंपैक्ट डिस्क को CD के नाम से भी जाना जाता है। यह मुख्य रूप से गोलाकार की होती है और इस पर एक चमकीली परत होती है। इसके साथ ही जब इसे प्रकाश के संपर्क में लाया जाता है तो इस पर इंद्रधनुष जैसे रंग बनते हैं। यही वजह है कि यह देखने में काफी ज्यादा आकर्षित होती है और लोगों को काफी पसंद भी आती है।
इसका प्रयोग मुख्य रूप से कई तरह के डाटा का इस्तेमाल करने के लिए किया जाता है। लेकिन आज के समय में टेक्नोलॉजी बढ़ चुकी है और इसका पूर्ण रूप से अविष्कार बंद हो चुका है। आपको अब कहीं पर भी यह देखने को नहीं मिलेगी हालांकि बहुत कम ऐसी जगह है जहां पर आपको कंपैक्ट डिस्क देखने को मिल सकती है।
कंपैक्ट डिस्क का प्रयोग पहले कई तरह की फिल्मों तथा ऑडियो को सुनने के लिए किया जाता है। लेकिन आज के समय में यह कई तरह के नई टेक्नोलॉजी द्वारा बदल दी गई है। आइए जानते हैं कि कंपैक्ट डिस्क किस तरीके से कार्य करती है और इसमें किस प्रकार डाटा को संरक्षित किया जाता है।
कॉम्पैक्ट डिस्क कैसे काम करती है?
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि किसी भी कंपैक्ट डिस्क में फ्लैट तथा ट्रैक स्पाइरल मौजूद होते हैं। इसके साथ यह मेमोरी को सिर्फ रीड कर पाती है और यही वजह है कि इसमें आपको जितने भी प्रकार का डाटा संरक्षित करके दिया जाता है। आप उसे सिर्फ देख वह सुन सकते हैं आपको बता दें कि यह रीड ओनली मेमोरी का ही एक उदाहरण है।
सबसे पहले किसी भी कंपैक्ट डिस्क में डाटा को डाला जाता है। इसके साथ ही बाद में लेजर द्वारा उस डाटा को रीड किया जाता है। इसके साथ ही जो उसमें डाटा होता है उसे लेजर द्वारा डिकोड भी किया जाता है। इसके लिए लेजर द्वारा लेजर बीम का प्रयोग किया जाता है और यही टेक्नोलॉजी किसी भी कंपैक्ट डिस्क को एनकोड करने में प्रयोग आती है।
मिली जानकारी के मुताबिक कोई भी कंपैक्ट डिस्क मुख्य रूप से 3 लेयर द्वारा बनी जाती है। इसमें मेटल तथा प्लास्टिक को प्रयोग किया जाता है। अगर आपने कंपैक्ट डिस्क देखी हो तो आपको पता होगा कि यह गोलाकार की होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसमें बीच वाला पार्ट एलुमिनियम का होता है तथा बाकी पार्ट प्लास्टिक से बनाया जाता है।
इसके अंदर सभी डाटा को आसानी से रखा जाता है और बाद में उसे लेजर टेक्नोलॉजी द्वारा रिकॉर्ड किया जाता है।
कॉम्पैक्ट डिस्क के प्रकार
वैसे तो कंपैक्ट डिस्क अब बनना बंद हो चुकी है लेकिन उस समय में कंपैक्ट डिस्क के भी कई प्रकार होते थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंपैक्ट डिस्क मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती है जिनका इस्तेमाल किया जाता है। उन तीनों प्रकारों को हमने निम्नलिखित नीचे बताया है।
- 1. सीडी रोम
- 2. सीडीआर
- 3. CDRW
निष्कर्ष
इस तरह से इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि कंपैक्ट डिस्क क्या होती है। इसके साथ ही कंपैक्ट डिस्क का उपयोग कैसे किया जाता है। वह भी हमने इस आर्टिकल में बताया है वही कंपैक्ट डिस्क कैसे काम करती है। उसके बारे में हमें संक्षिप्त रूप में चर्चा की है इसके साथ ही हमने कंपैक्ट डिस्क के प्रकार के बारे में भी वर्णन किया है।
अगर आपको इन सभी जानकारियों से संबंधित कोई समस्या आती है तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं। इसके साथ ही ऐसी जानकारी से संबंधित अगर कोई संशय आपके मन में है तो आप नीचे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। वही आप हमें न्यूज़लेटर तथा गूगल न्यूज़ के माध्यम से भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
संबंधित प्रश्न
कॉम्पैक्ट डिस्क का अविष्कार कब और किसने किया?
आपकी जानकारी के लिए बता देगी कॉन्पैक्ट डिस्क का आविष्कार 1980 ईस्वी में किया गया था। जेम्स रसेल ने Sony नामक कम्पनी की मदद से सीडी का आविष्कार किया था। इसमें उस समय की फिलिप्स कंपनी भी मौजूद थी।