आज के समय में बिजनेस शुरू करना कितना ज्यादा आसान हो गया है यह तो आप जानते ही होंगे। जब भी कोई व्यक्ति बिजनेस शुरू करना चाहता है तो उसके लिए उसके पास फंड होने की आवश्यकता बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि कई सारे ऐसे बैंक और कई सारी ऐसी संस्था है जो कि आपको बिजनेस खोलने के लिए लोन प्रोवाइड करवाती है।
यही नहीं आपको वह लोन आसानी से किस्तों के माध्यम से देना होगा लेकिन कई बार क्या होता है कि जब हम तो लोन के माध्यम से ले लेते हैं। लेकिन बाद में उसे वापस नहीं चुका पाते हैं इस स्थिति में बैंक अकाउंट को एनपीए घोषित कर देता है। एनपीए क्या होता है उसके बारे में हम आपको पूरी जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से देने वाले हैं।
एनपीए क्या है इससे संबंधित आर्टिकल काफी कम आपको दिखेंगे क्योंकि इंटरनेट पर इससे संबंधित जानकारी काफी कम मात्रा में उपलब्ध है। यही नहीं एनपीएस से संबंधित जो भी जानकारी उपलब्ध है वह या तो सिर्फ इंग्लिश में है या फिर कोई अन्य भाषा में है लेकिन अधिकतर लोग ऐसे हैं जो कि एनपीएस से संबंधित कोई भी जानकारी नहीं होती है।
यही नहीं एनपीए के बारे में उन्हें कोई भी समझ नहीं होती है परंतु अगर आप इस आर्टिकल पर आए हैं तो आपको एनपीए से संबंधित सभी जानकारी मिलने वाली है। हम आपको बताएंगे कि एनपीए क्या होता है या एनपीए अकाउंट कब बैंक द्वारा घोषित किया जाता है। इसके साथ ही एनपीए किस तरीके से कार्य करता है वह भी हम आपको बताने वाले हैं।
NPA क्या है?
आज के समय में अगर आप इंटरनेट पर काफी ज्यादा एक्टिव रहते हैं तो आपको एक शब्द या टर्म काफी ज्यादा सुनने को मिली होगी जो कि एनपीए हैं। अधिकतर लोगों को इसके बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं होती और वह इससे संबंधित जानकारी को इंटरनेट पर सर्च करते रहते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता देगी एनपीए को Non Performing Assets कहा जाता है जिसे गैर निष्पादित संपत्ति कहते हैं। दरअसल अगर आप इसे आसान शब्दों में समझना चाहते हैं तो आप कुछ इस उदाहरण से समझ सकते हैं।
दरअसल उदाहरण के लिए जब भी कोई व्यक्ति बैंक से लोन लेता है तो वह उस लोन को कुछ पीरियड के लिए लेता है। लेकिन अगर उस पीरियड के बाद भी वह व्यक्तिगत लोन को नहीं चुका पाता है तो बैंक द्वारा उस जॉन कॉ नन परफॉर्मिंग ऐसेट यानी कि गैर निष्पादित संपत्ति घोषित कर दिया जाता है। हालांकि इस में बैंक को काफी ज्यादा घाटा उठाना पड़ता है।
NPA के प्रकार
1. Sub Standard Assets
सब्सटेंडर्ड एसेंट के अनुसार जब भी कोई व्यक्ति लोन हो लेता है और उसका पीरियड 1 साल का होता है। उसके अंदर जब तक वह खाता एनपीए के अधीन रहता है तो उसे Sub Standard Assets कहते हैं।
सब्सटेंडर्ड एसेंट के अनुसार जब भी कोई व्यक्ति लोन हो लेता है और उसका पीरियड 1 साल का होता है। उसके अंदर जब तक वह खाता एनपीए के अधीन रहता है तो उसे Sub Standard Assets कहते हैं।
2. Doubtful Assets
उदाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति लोन लेता है और उसका खाता 1 साल से अधिक के लिए एनपीए के अधीन रहता है तो उसे Doubtful Assets सेट कहते।
3. Lossful Assets
इसमें जब किसी व्यक्ति से कोई भी किस्त नहीं आती है और ना ही उस व्यक्ति से किसी भी किश्त की उम्मीद रखी जाए तो उसे Lossful Assets कहते।
निष्कर्ष
इस तरह से इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि एनपीए क्या है इसके साथ ही अन्य कार्य कैसे करता है। उसके बारे में भी हमने आपको संक्षिप्त रूप में बताया है। अगर इसके बावजूद भी एनपीए से संबंधित आपको कोई समस्या आती है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं।
हालांकि इस आर्टिकल में एनपीएस से संबंधित सभी जानकारी प्रोवाइड करवाने की कोशिश की है। इस आर्टिकल में हमने आपको एनपीए के सभी प्रकार के बारे में विस्तृत रूप से पता है। अगर इसके बावजूद भी कोई समस्या आपको आती है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। ऐसे ही जानकारी के लिए आप हमें गूगल न्यूज़ है या फिर न्यूज़लेटर के माध्यम से भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।