करवा चौथ नारियों के लिए सबसे पवित्र एवं हर नारी को यह त्योहार यह व्रत रखना चाहिए। इससे पति की लंबी उम्र होती है और यह पर्व विशेष तौर पर नाड़ियों के लिए होती है अपने पति के लिए उपवास रखकर उनके मन को बहुत ही खुशी मिलती है और वह सामान पूजा के लिए 1 दिन पहले से खरीद लेती हैं ।
करवा चौथ का व्रत कैसे करें ?
पूजा की सामग्री में हो गया आपको फल फ्रूट सब हो गया और उसके बाद कुछ मेकअप का कुछ सामान सिंगार का सिंगार के सामान ले आती है। अपने लिए और उसके यह व्रत कठिन बहुत है लेकिन इसमें पति की लंबी उम्र के लिए पत्नी अपने अपने पति की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं और उनकी खुशी के लिए यह व्रत रखती है।
यह व्रत पूरा दिन निर्जला होता है और रात में इसमें पति पानी पिलाते हैं इस इस त्यौहार में पति अपनी पत्नी को कुछ ना कुछ ज्वेलरी गोल्ड देते हैं और उसके बाद पूजा का सारा सामान लाने के बाद एक मिट्टी का मूर्ति अभी बनाया जाता है और इस त्यौहार में इस त्यौहार में चलनी से पति का मुंह देखा जाता है और चांद को भी देखा जाता है।
इस इस त्यौहार में पत्नी अपने पति के लिए मन से व्रत रखती हैं और अखंड साड़ी पहनकर यह व्रत को पूरा करती हैं और शाम होने तक इंतजार करती है। पूरा दिन यह व्रत निर्जला होता है और उसके बाद शाम होने के बाद पति को छत पर ले जाकर चांद का पूजा होता है। फिर चांद में तेज देखने के बाद फिर पति का मुंह देखा जाता है।
उसके बाद जाकर पति अपनी पत्नी को पानी पिलाते हैं और पानी पिलाने के बाद यह व्रत टूटता है। यह कड़वा चौथ यह करवा चौथ करवा भगवान के नाम से होता है। कड़वा एक भगवान है और करवा चौथ रखने से वह उस पूजा में अपनी पति की लंबी उम्र का कामना करती हैं और पूजा खत्म होने के बाद पति अपने पत्नी को कुछ कुछ तोहफा देते हैं और उसके बाद यह व्रत टूटता है।
करवा चौथ का व्रत करने के फायदे ?
यह व्रत पूरा दिन निर्जला होता है और रात में इसमें पति पानी पिलाते हैं इस इस त्यौहार में पति अपनी पत्नी को कुछ ना कुछ ज्वेलरी गोल्ड देते हैं और उसके बाद पूजा का सारा सामान लाने के बाद एक मिट्टी का मूर्ति अभी बनाया जाता है और इस त्यौहार में इस त्यौहार में चलनी से पति का मुंह देखा जाता है और चांद को भी देखा जाता है।
इस इस त्यौहार में पत्नी अपने पति के लिए मन से व्रत रखती हैं और अखंड साड़ी पहनकर यह व्रत को पूरा करती हैं और शाम होने तक इंतजार करती है। पूरा दिन यह व्रत निर्जला होता है और उसके बाद शाम होने के बाद पति को छत पर ले जाकर चांद का पूजा होता है। फिर चांद में तेज देखने के बाद फिर पति का मुंह देखा जाता है।
उसके बाद जाकर पति अपनी पत्नी को पानी पिलाते हैं और पानी पिलाने के बाद यह व्रत टूटता है। यह कड़वा चौथ यह करवा चौथ करवा भगवान के नाम से होता है। कड़वा एक भगवान है और करवा चौथ रखने से वह उस पूजा में अपनी पति की लंबी उम्र का कामना करती हैं और पूजा खत्म होने के बाद पति अपने पत्नी को कुछ कुछ तोहफा देते हैं और उसके बाद यह व्रत टूटता है।
करवा चौथ का व्रत करने के फायदे ?
यह व्रत करने से पति के लंबी उम्र और पति स्वस्थ रहें। यही कामना करती है औरतें और उसके बाद औरत और उसके पति दोनों साथ में खाना खाते हैं और यह व्रत पूरा होता है। में चांद का पूजा होता है इसे तीज भी कहा जाता है
करवा चौथ व्रत करने के यह व्रत रखने से यह व्रत हर नारी को रखना चाहिए। यह व्रत रखने से उसके पति पर जितने भी बुरी बला ए होती है जितने भी बाधाएं होती है जितने भी समस्याएं होती है सब टल जाती है और पति की लंबी उम्र हो जाती है और हर एक पत्नी को यह व्रत रखना चाहिए। अपने पति के लिए और हमारे देश में हर एक पत्नी रखती हैं।
यह हमारे संस्कृति में भी आता है, यह तो हां यह त्योहार हर एक नारी हर एक स्त्री बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाती हैं और इस इस उपवास में हर एक नारी अपने अपनी सहेलियों के साथ मार्केट जाती है सामान खरीदने के लिए, यह उपवास करने से पति भी बहुत खुश होते हैं और पति की लंबी उम्र होती है या उपवास साधारण नहीं है। यह उपवास बहुत ही जटिल होता है। क्योंकि इसमें निर्जला रहना पड़ता है लेकिन फिर भी यह हर एक नारी को करना चाहिए। इससे उसके पति की लंबी उम्र और उसके पति के हरेक इच्छाएं पूर्ण होती है और भगवान खुश होकर उसके पति को पति की हर एक दुख को दूर कर देते हैं ।
यह हमारे संस्कृति में भी आता है, यह तो हां यह त्योहार हर एक नारी हर एक स्त्री बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाती हैं और इस इस उपवास में हर एक नारी अपने अपनी सहेलियों के साथ मार्केट जाती है सामान खरीदने के लिए, यह उपवास करने से पति भी बहुत खुश होते हैं और पति की लंबी उम्र होती है या उपवास साधारण नहीं है। यह उपवास बहुत ही जटिल होता है। क्योंकि इसमें निर्जला रहना पड़ता है लेकिन फिर भी यह हर एक नारी को करना चाहिए। इससे उसके पति की लंबी उम्र और उसके पति के हरेक इच्छाएं पूर्ण होती है और भगवान खुश होकर उसके पति को पति की हर एक दुख को दूर कर देते हैं ।